कॉमेडी शो के दीवानों के लिए पंजाब कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू 5 साल के लंबे अंतराल के बाद द ग्रेट इंडियन कपिल शो में वापसी कर रहे हैं। शो का तीसरा सीजन 21 जून 2025 को नेटफ्लिक्स पर प्रीमियर होगा। जिसमें कपिल शर्मा और नवजोत सि
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नेटफ्लिक्स ने अपने सोशल मीडिया पेज पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा- “एक कुर्सी पाजी के लिए प्लीज़… हर फनीवार बढ़ेगा हमारा परिवार, क्योंकि लौट रहे हैं नवजोत सिंह सिद्धू और अर्चना पूरन सिंह! देखिए ‘द ग्रेट इंडियन कपिल शो’ का नया सीज़न, 21 जून से हर शनिवार रात 8 बजे, सिर्फ़ नेटफ्लिक्स पर।”
नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करके अपनी वापसी की पुष्टि की थी। वीडियो में उन्होंने लिखा है “द होम रन” और कैप्शन में “सिद्धू जी इज बैक” का संदेश दिया था।
अर्चना पूरण सिंह व कपिल शर्मा के साथ नवजोत सिंह सिद्धू।
2019 में छोड़ा था शो
नवजोत सिंह सिद्धू ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद उत्पन्न विवाद के कारण कपिल शर्मा शो छोड़ दिया था। उनकी जगह अर्चना पूरण सिंह ने ली थी, जो अब तक शो का हिस्सा रही हैं। दरअसल, पाकिस्तान में इमरान खान की ताजपोशी पर नवजोत सिंह गए थे। जिसके बाद उनकी तत्कालीन पाकिस्तानी जरनल बाजवा के साथ गले मिलते हुए तस्वीर सांझा हो गई। विरोध के कारण उन्हें शो छोड़ना पड़ा था।
अर्चना पूरण सिंह के साथ नया ट्विस्ट
इस बार शो में एक दिलचस्प ट्विस्ट होने वाला है। नवजोत सिंह सिद्धू और अर्चना पूरण सिंह दोनों को शो में एक साथ देखा जाएगा। सिद्धू ने पहले भी कहा था कि वे तभी वापस आएंगे जब अर्चना उनके साथ बैठी होंगी। वहीं, कपिल ने भी वीडियो में कहा कि अर्चना जी, अब आप चुप कर जाएं, क्योंकि भाजी आपको बोलने नहीं देंगे।
वहीं, सिद्धू ने भी अपनी शर्तों को साफ करते हुए कहा था, “मैं तब वापस आऊंगा जब वह (अर्चना) मेरे बगल में बैठी होंगी।” अब यह शर्त पूरी होती दिख रही है।
नवजोत सिंह सिद्धू का क्रिकेट से राजनीति तक का सफर
नवजोत सिंह सिद्धू 1983 से 1999 तक भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कमेंट्री और टीवी शो में भाग लिया, जिससे उन्हें “सिक्सर सिद्धू” और “शेरी पाजी” जैसे उपनाम मिले।
2004 में उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया:
- 2004: सिद्धू ने भाजपा के टिकट पर अमृतसर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। हालांकि, एक पुराने रोड रेज मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर उन्होंने उपचुनाव में फिर से जीत दर्ज की।
- 2009: उन्होंने तीसरी बार अमृतसर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद में वापसी की।
कांग्रेस में शामिल होना
- 2016: भाजपा से मतभेदों के चलते सिद्धू ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने एक नया राजनीतिक मंच “आवाज-ए-पंजाब” शुरू किया, लेकिन जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो गए।
- 2017: कांग्रेस के टिकट पर अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर पंजाब सरकार में पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय निकाय मंत्री बने। लेकिन तकरीबन एक साल बाद ही उन्होंने तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मतभेदों के चलते मंत्री पद छोड़ दिया।
- 2021: उन्हें पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
- 2022: पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।