8 मिनट पहले
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बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा जोहरा सहगल आज भी अपनी फिल्मों और बेमिसाल शख्सियत के लिए याद की जाती हैं, लेकिन फिल्मों में नाम कमाने से पहले भी जोहरा अपने फैसलों को लेकर चर्चा में थीं।
जोहरा ने एक ऐसा फैसला लिया था जो उस दौर में न तो आम था और न ही समाज या उनके परिवार के लिए स्वीकार्य था।
जोहरा ने भारत और पाकिस्तान के बंटवारे से पहले एक हिंदू युवक से शादी की थी। उनका नाम कमेश्वर सहगल था। वह उनसे उम्र में आठ साल छोटे थे। दोनों की मुलाकात उत्तराखंड के अल्मोड़ा में उदय शंकर द्वारा स्थापित डांस स्कूल में हुई थी।

जोहरा का जन्म 27 अप्रैल 1912 को सहारनपुर में एक मुस्लिम परिवार में मुमताज़ुल्लाह खान और नतीक बेगम के घर हुआ था।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जोहरा को कमेश्वर से पहली ही मुलाकात में प्यार हो गया। अपने 100वें जन्मदिन पर दिए एक इंटरव्यू में जोहरा ने बताया था कि 1940 में वह कमेश्वर से मिली थीं। वह इंदौर से आए हुए एक चित्रकार थे और उसी डांस स्कूल में ट्रेनिंग ले रहे थे।
जोहरा ने ये भी कहा था,

वो बहुत हैंडसम और टैलेंटेड थे। एक बर्मी झोपड़ी की पेंटिंग जो उन्होंने चावल और फंगस से बनाई थी, मुझे बहुत पसंद आई। उम्र में छोटे थे, लेकिन मेरे लिए उनके मन में भी वैसा ही भाव था।
जोहरा पहले ही एक मशहूर डांसर बन चुकी थीं। वह कई देशों की यात्रा कर चुकी थीं और भारत की जानी-मानी क्लासिकल डांसर्स में गिनी जाती थीं। इसके बाद दोनों ने करीब दो साल एक-दूसरे को जाना और फिर 1942 में शादी कर ली। यह वह समय था जब देश में भारत छोड़ो आंदोलन चल रहा था।

जोहरा के पति कमेश्वर सहगल एक आर्टिस्ट, पेंटर, डांसर, कोरियोग्राफर और साइंटिस्ट थे।
जोहरा ने बताया था, “हमने इलाहाबाद में कोर्ट मैरिज की थी। तब रेलवे लाइन और सड़कें बंद थीं, इसलिए हमारे साथ बस एक ही बाराती था।”
बता दें कि जोहरा के लिए शादी करना आसान नहीं था क्योंकि वो एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार से थीं और उनके पति एक हिंदू थे। उस वक्त यह बात लोगों को चौंकाने वाली लगी थी।
हाल ही में हटरफ्लाई को दिए एक इंटरव्यू में जोहरा की परनातिन और एक्ट्रेस आयशा रजा मिश्रा ने बताया था,

उन्होंने (जोहरा) शादी करने का फैसला लिया, वो भी उस व्यक्ति से जो उनसे आठ साल छोटा था, हिंदू था और खुद वो एक कंजरवेटिव मुस्लिम परिवार से थीं। सोचिए उस दौर में किसी लड़की का अपने पिता से कहना कि मुझे प्यार हो गया है और मैं शादी करना चाहती हूं… और फिर बताना कि लड़का डांसर है, उम्र में छोटा है और दूसरे धर्म से है। ये हमारे परिवार के लिए बहुत बड़ा कदम था।
शादी के बाद जोहरा और कमेश्वर ने लाहौर में एक परफॉर्मिंग आर्ट्स संस्थान खोला जिसका नाम ‘जोरेश’ रखा गया।
बता दें कि यह एक तरह से हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल थी, लेकिन कुछ ही समय में इलाके में माहौल बिगड़ने लगा।
जिसके बाद जोहरा और कमेश्वर को अपने बच्चे के साथ अचानक बंबई (अब मुंबई) जाना पड़ा। वहां दोनों पृथ्वी थिएटर से जुड़ गए। यहीं से जोहरा को एक्टिंग का असली मंच मिला।

जोहरा को पद्मश्री (1998), कालिदास सम्मान (2001), संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (2004) और पद्म विभूषण (2010) से सम्मानित किया गया था।
2012 में हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में जोहरा ने अपने पति को लेकर कहा था,

वो हर काम में टैलेंटेड थे, आर्टिस्ट, होम्योपैथ, डांसर और कुक… लेकिन किसी एक में मशहूर नहीं हो पाए।
कमेश्वर का निधन 1959 में हो गया था। वहीं, जोहरा ने लंबा जीवन जिया और 102 साल की उम्र में 2014 में उनका निधन हुआ।
जोहरा ने आठ दशकों तक बॉलीवुड और ब्रिटिश सिनेमा में एक्टिंग की। उनकी प्रमुख फिल्मों में ‘नीचा नगर’, ‘अफसर’, ‘दिल से’, ‘वीर-जारा’, ‘सावरिया’, ‘चीनी कम’, और ‘बेंड इट लाइक बेकहम’ शामिल हैं।
जोहरा ने टीवी शो ‘द ज्वेल इन द क्राउन’, ‘तंदूरी नाइट्स’ और ‘अम्मा एंड फैमिली’ में भी काम किया।