‘सरपंच साहब’ ग्रामीण भारत की सियासत का दस्तावेज: एक महीने से नंबर वन पर ट्रेंड कर रही सीरीज, गांव  की मिट्टी से निकली एक और कहानी

‘सरपंच साहब’ ग्रामीण भारत की सियासत का दस्तावेज:  एक महीने से नंबर वन पर ट्रेंड कर रही सीरीज, गांव  की मिट्टी से निकली एक और कहानी


12 मिनट पहले

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ग्रामीण पृष्ठभूमि पर बनी वेब सीरीज को दर्शकों से काफी सराहना मिली है। चाहे वह ‘पंचायत’ हो या फिर दुपहिया। अब हाल ही में WAVES OTT पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘सरपंच साहब’ ने ग्रामीण भारत की सियासत को लेकर जो दस्तावेज रचा है, वह न सिर्फ दर्शकों को बांधकर रखता है, बल्कि सोचने पर भी मजबूर करता है। इस सीरीज को एक्टर सोनू सूद की पत्नी सोनाली सूद ने प्रोड्यूस किया है। वहीं, डायरेक्टर शाहिद खान की यह सीरीज डायरेक्टोरियल डेब्यू है।

वेब सीरीज ‘सरपंच साहब’ की कहानी काल्पनिक गांव रामपुरा की है, लेकिन इसकी झलक हर उस गांव में मिलती है। जहां सत्ता, लालच और उम्मीदें टकराती हैं। इस सीरीज की कहानी में भी सत्ता के केंद्र में है सरपंच महेंद्र सिंह, जो तीन दशक से कुर्सी पर विराजमान हैं। लेकिन अब इस सियासी किले को चुनौती देने के लिए एक युवा ग्रेजुएट संजू है। जो बदलाव की उम्मीद से भरा है।

सीरीज को सोनू सूद की पत्नी सोनाली सूद ने प्रोड्यूस किया है।

सीरीज को सोनू सूद की पत्नी सोनाली सूद ने प्रोड्यूस किया है।

सात एपिसोड की यह सीरीज लगातार एक महीने से प्लेटफॉर्म पर नंबर 1 ट्रेंड कर रही है। जिसकी वजह सशक्त कहानी, शानदार निर्देशन, दमदार अभिनय और गांव की मिट्टी से निकला एक विश्वसनीय परिवेश है। कहानी के केंद्र में बदलाव की चाहत, पुरानी व्यवस्था से टकराव, और युवा सपनों की उड़ान है। यह सब इस कहानी में बहुत सधे हुए तरीके से बुना गया है।

सबसे अच्छी बात यह है कि भारी-भरकम संदेशों के बीच भी कहानी कभी बोझिल नहीं होती।इस सीरीज में विनीत कुमार, अनुज सिंह ढाका, विजय कुमार पांडे, पंकज झा, सुनीता राजवार, युक्ति कपूर, नीरज सूद,समायरा खान, कुमार सौरभ जैसे कलाकारों की अहम भूमिका है।

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