अभिनेत्री डायना पेंटी फिल्म ‘डिटेक्टिव शेरदिल’ में नजर आएंगी, जो कल शुक्रवार 20 जून को रिलीज हो रही है। इसमें डायना के अलावा दिलजीत दोसांझ, बोमन ईरानी और रत्ना पाठक जैसे सितारे हैं। हाल ही में डायना पेंटी ने इस फिल्म में काम करने का अनुभव शेयर किया। उन्होंने कहा कि सेट पर माहौल काफी अच्छा रहा। इसके अलावा ओटीटी कंटेंट के बढ़ते ट्रेंड पर भी उन्होंने बात की।

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डायना पेंटी
– फोटो : इंस्टाग्राम
रिलीज से पहले हो रही घबराहट
फिल्म ‘डिटेक्टिव शेरदिल’ 20 जून को ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर रिलीज होगी। इसकी रिलीज को लेकर डायना बेहद उत्साहित और खुश हैं। हाल ही में न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह रिलीज से पहले होने वाली घबराहट अब भी महसूस हो रही है। मगर वे उत्साहित हैं। एक्ट्रेस ने कहा, ‘मैं बहुत उत्साहित हूं और हमेशा की तरह किसी भी फिल्म की रिलीज से एक दिन पहले मेरे पेट में तितलियां होती हैं। यह एक रोमांचक समय है’।

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डायना पेंटी
– फोटो : इंस्टाग्राम
सेट पर रहा मजेदार अनुभव
फिल्म में काम करने का अनुभव शेयर करते हुए डायना ने कहा, ‘मैंने अब तक जितने भी सेट देखे हैं, यह उनमें सबसे मजेदार साबित हुआ। हम कलाकारों का एक बड़ा ग्रुप था। सभी एक-दूसरे के साथ खूब घुलमिल गए। हम विदेश में बुडापेस्ट में शूटिंग कर रहे थे और अपने रोजाना के तय काम के घंटों के बाद हम नए रेस्तरां एक्सप्लोर करते। लोकल फूड खाते। हम क्योंकि देश से बाहर शूटिंग कर रहे थे, तो हमारा एक व्हाट्सएप ग्रुप था। हम हर दिन के हिसाब से वहां प्लान बनाते’।

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‘डिटेक्टिव शेरदिल’ का ट्रेलर
– फोटो : वीडियो ग्रैब
डायना पेंटी के मुताबिक, ‘ऑफ-कैमरा मजेदार और अच्छा माहौल ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री में तब्दील हो गया। फिल्म में डायना एक इनवेस्टिगेटर की भूमिका में हैं। इस फिल्म का निर्देशन रवि छाबड़िया ने किया है। फिल्म को लेकर डायना ने कहा, ‘मैंने जब स्क्रिप्ट पढ़ी, तभी अहसास हो गया कि यह काफी मजेदार है। फिर फिल्म में दिलजीत, बोमन सर, रत्ना मैम जैसे सितारे हैं तो इस तरह की फिल्म को आप ना नहीं कह सकते’।

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डायना पेंटी
– फोटो : इंस्टाग्राम
ओटीटी और फिल्म के फर्क पर रखी बात
अभिनेत्री से जब पूछा गया कि जैसे-जैसे ज्यादातर अभिनेथा ओटीटी प्रोजेक्ट्स कर रहे हैं, बड़े पर्दे और डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए फिल्मों पर काम करने के बीच का अंतर दिलचस्पी का विषय बन गया है। एक्ट्रेस ने कहा, ‘निश्चित रूप से एक अंतर है, क्योंकि फॉर्मेट अलग हैं। ओटीटी प्रोजेक्ट की लेंथ और डेप्थ किरदार को एक्सप्लोर करने का मौका देती है। ओटीटी पर एक सीरीज फिल्म के मुकाबले काफी लंबी अवधि की होती है। इसका मतलब है कि कहानी की गहराई में जाने से किरदार के विस्तार में जाने के मौके मिलते हैं।