Site icon bollywoodclick.com

Dino Morea: मीठी नदी घोटाले में डिनो मोरिया को ईडी का समन, अगले हफ्ते जांच एजेंसी के सामने होना होगा पेश

Dino Morea: मीठी नदी घोटाले में डिनो मोरिया को ईडी का समन, अगले हफ्ते जांच एजेंसी के सामने होना होगा पेश


मुंबई के मीठी नदी घोटाले में अभिनेता डिनो मोरिया अब ई़डी के निशाने पर आ गए हैं। ईडी ने डिनो मोरिया को समन भेजा है। ईडी ने डिनो मोरिया और उनके भाई समेत आठ लोगों को समन भेजकर अगले हफ्ते एजेंसी के सामने पेश होने के लिए बुलाया है। ये लोग अलग-अलग दिन अपने बयान दर्ज कराएंगे। डिनो मोरिया को अगले हफ्ते एजेंसी के सामने पेश होने के लिए बुलाया है। इससे पहले कल अभिनेता के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी।

Trending Videos

पीएमएलए के तहत दर्ज होंगे बयान

ईडी ने डिनो मोरिया, उनके भाई और कुछ बीएमसी अधिकारियों सहित कम से कम आठ लोगों को मीठी नदी घोटाले मामले में 65 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में अगले सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया है। आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। 

एक दिन पहले ईडी ने की थी छापेमारी

मीठी नदी घोटाले में नाम सामने आने के बाद अब डिनो मोरिया लगातार घिरते जा रहे हैं। EOW द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद कल ईडी ने मीठी नदी सफाई घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत डिनो मोरिया के घर पर छापेमारी की थी। छापेमारी डिनो मोरिया और उनके भाई समेत कुछ अन्य लोगों के ठिकानों पर भी की गई थी। अब छापेमारी के एक दिन बाद ईडी ने अभिनेता को समन जारी करके पेश होने के लिए बोला है।

EOW भी कर चुकी है पूछताछ

इस मामले अभिनेता डिनो मोरिया से मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) भी कुछ दिन पहले पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने EOW के दफ्तर पहुंचकर अपने बयान दर्ज कराए थे। अब पूछताछ के लगभग एक हफ्ते के बाद ही ई़डी ने डिनो मोरिया पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।

यह खबर भी पढ़ेंः Dino Morea: मीठी नदी घोटाले में डिनो मोरिया के घर पर छापेमारी, EOW के बाद अब ईडी के निशाने पर आए एक्टर

क्या है मीठी नदी घोटाला

मीठी नदी घोटाला मुंबई महानगरपालिका की ओर से मीठी नदी की सफाई में इस्तेमाल होने वाले स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनों की खरीद-फरोख्त से जुड़ा है। आरोप है कि इन मशीनों को कोच्चि की कंपनी मैटप्रॉप टेक्निकल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से ऊंचे दामों पर किराए पर लिया गया और इसमें भारी वित्तीय गड़बड़ी हुई।

 

Exit mobile version