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Film Stars Vs Sports Stars: भरोसा चाहिए तो खिलाड़ी बने पहली पसंद, फिल्मी सितारों के पिछड़ने की वजह चौंका देगी

Film Stars Vs Sports Stars: भरोसा चाहिए तो खिलाड़ी बने पहली पसंद, फिल्मी सितारों के पिछड़ने की वजह चौंका देगी


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विज्ञापन बाजार में खेल सितारों का कब्जा
– फोटो : अमर उजाला

हिंदी सिनेमा के सितारों की मांग हाल के दिनों में विज्ञापन बाजार में तेजी से गिरी है। और, आश्चर्यजनक रूप से खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सितारे अब ब्रांड बाजार की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। मुंबई के अंधेरी पश्चिम में लोखंडवाला के करीब लगे रोहित शर्मा के विज्ञापन को अगर संकेत मानें तो इन खेल सितारों ने फिल्मी सितारों के बाजार के भीतर दूर तक घुसपैठ कर ली है और यहां तक कि अब उन सौंदर्य उत्पादों पर भी खेल सितारे कब्जा जमाने लगे हैं, जिन पर कभी फिल्मी सितारों का एकाधिकार रहा है।




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रोहित शर्मा
– फोटो : PTI

रोहित शर्मा के होर्डिंग्स ही होर्डिंग्स

ब्यूटी ब्रांड शुरू से फिल्मी सितारों को ही अपना खास दूत इसलिए बनाते आए हैं क्योंकि फिल्मी सितारों का सौंदर्य साबुन, जैसा एक ही जुमला उनका उत्पाद गांव गांव तक पहुंचाने में काफी होता है। छोटे शहरों और गावों में एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) उत्पादों की खपत बीते एक दशक में भारत में तेजी से बढ़ी है। लेकिन, सिनेमा की पहुंच उतनी तेजी से नहीं हो पा रही है। वार्नर ब्रदर्स इंडिया के मुखिया डेंजिल डायस बताते हैं, “भारत मे सिनेमा देखने वालों की तादाद जिस अनुपात में बढ़नी चाहिए थी, उस अनुपात में सिनेमा का विस्तार हुआ नहीं है। आज भी भारत की कुल आबादी के तीन प्रतिशत लोग ही सिनेमा देखने सिनेमाघरों तक आते हैं और 140 करोड़ की आबादी में सिर्फ दो-ढाई करोड़ टिकटें बिकने पर ‘पुष्पा 2’ जैसी फिल्म सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन जाती है।” 


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ज्योति यर्राजी-नीरज चोपड़ा
– फोटो : इंस्टाग्राम

फिल्मी नहीं खेल सितारों की सौंदर्य क्रीम

डेंजिल डायस के इस कथन की और तफ्तीश करने पर ये भी पता चला कि करण जौहर के स्वामित्व वाली डीसीए (धर्मा कॉर्नर स्टोन) जैसी फिल्मी सितारों की एजेंसियों का काम भी ढीला चल रहा है। फिल्मी सितारों तक पहुंचना मुश्किल कर देने वाली मुंबई की तमाम एजेंसियों की हालत ये है कि बीते साल तक जान्हवी कपूर और टाइगर श्रॉफ जैसे सितारों को अपने उत्पाद का ब्रांड अंबेसडर बनाने की चाह रखने वाले ब्रांड अब खेल सितारों की तरफ निकल गए हैं। यहां तक कि ब्यूटी ब्रांड जैसे प्रचलित उत्पादों ने भी खेल सितारों पर ही ज्यादा भरोसा जताना शुरू कर दिया है। देश की तेज धावक ज्योति यर्राजी अब ब्यूटी क्रीम की नई ब्रांड अंबेसडर है। निशानेबाज नीरज चोपड़ा के भरोसे को ब्रांड्स ने अपना हथियार बनाया है। 


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मनु भाकर-मैरी कॉम
– फोटो : इंस्टाग्राम

खेल सितारों पर लाखों के वारे न्यारे

खेल सितारों की नुमाइंदगी करने वाली एजेंसी आईओएस स्पोर्ट्स को खेल सितारों को एफएमसीजी उत्पादों का ब्रांड अंबेसडर बनाने के लिए हर दिन औसतन 10-12 इन्क्वायरी मिलती हैं। देश की बड़ी कंपनियों ने मनु भाकर, मैरी कॉम, लवलीना बोरगोहैन व मीराबाई चानू को अपना ब्रांड अंबेसडर बनाया है। इसके अलावा कई फाइनेंशियल कंपनियां भी अब फिल्म सितारों की बजाय खेल सितारों पर भरोसा जता रही हैं। मुंबई शहर में ही मुख्य सड़कों पर अब फिल्मी सितारों वाले होर्डिंग तेजी से घटते दिख रहे हैं। कभी नए सितारों के चेहरों से पटी रहने वाली इन होर्डिंग्स पर खिलाड़ी ज्यादा दिखने लगे हैं। 


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मैरी कॉम और नीरव तोमर
– फोटो : इंस्टाग्राम

खिलाड़ी के साथ आती है प्रामाणिकतातोमर

इस बारे में चर्चा चलने पर आईओएस स्पोर्ट्स के प्रबंध निदेशक नीरव तोमर कहते हैं, “किसी उत्पाद का उसकी प्रामाणिकता और सोद्देश्य प्रचार के लिए खिलाड़ी सबसे सटीक ब्रांड अंबेसडर होते हैं। खिलाड़ियों का किसी उत्पाद से जुड़ना सिर्फ ब्रांड के प्रचार तक ही सीमित नहीं रहता, इसके साथ खिलाड़ियों की लगातार कोशिश करते रहने की आदत, प्रतियोगिता में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का जीवट और उनकी अपनी विश्वसनीयता भी ब्रांड के साथ जुड़ जाती है। भारतीय खिलाड़ियों की वैश्विक स्तर पर पहचान बढ़ रही है और इनके साथ जुड़कर देसी ब्रांड भी अंतर्राष्ट्रीय हो रहे हैं।”


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