बॉलीवुड अभिनेत्री निमरत कौर एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी कोई नई फिल्म नहीं बल्कि उनका बीता हुआ दर्दनाक अतीत है। भारत-पाकिस्तान की टेंशन के बीच निमरत कौर के पिता के कत्ल की दर्दनाक कहानी फिर से चर्चा में आ गई है जिन्होंने आतंकियों के हाथों अपनी जान गवा दी थी।
निमरत के पिता को किया गया था अगवा
भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब एक्ट्रेस निमरत कौर का ई-टाइम्स को दिया कुछ साल पुराना इंटरव्यू दोबारा सुर्खियों में आ गया है, जिसमें उन्होंने अपने पिता की शहादत की दर्दनाक कहानी साझा की थी। उन्होंने बताया था कि यह उनका सबसे मुश्किल समय था और वह कभी उस सदमे को पूरी तरह भूल नहीं सकीं। निमरत के पिता मेजर भूपेंदर सिंह भारतीय सेना में इंजीनियर थे और उन्हें 1994 में जम्मू-कश्मीर के वेरिनाग में आतंकियों ने अगवा कर मार डाला था। यह घटना तब हुई जब निमरत अपने परिवार के साथ छुट्टियों में अपने पिता से मिलने गई थीं।
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सिर्फ 44 साल के थे मेजर भूपेंदर सिंह
निमरत ने बताया, ‘पापा उस समय महज 44 साल के थे जब उन्हें हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने अगवा करने के बाद 7 दिनों तक बंदी बनाकर रखा था। कई दिनों बाद जब उनके पार्थिव शरीर को दिल्ली लेकर आए तब मैं उन्हें आखिरी बार देख पाई।’
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शौर्य चक्र से हुए सम्मानित
इस हादसे के बाद उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया, लेकिन परिवार के लिए उन्हें खो देने का दर्द हमेशा के लिए नासूर बन गया। इंटरव्यू में निमरत ने कहा था कि सेना ने उस मुश्किल समय में उनके परिवार को कभी अकेला नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा, ‘सेना परिवार जैसी होती है, जो हर वक्त आपके साथ खड़ी रहती है।’