“लोग कहते हैं टिकट की कीमतें अधिक हैं, लेकिन मेरा मानना है कि लोगों का समय सबसे महंगा है। आजकल की जेन जी जेनेरेशन पुरानी फिल्मों का अनुभव करना चाहती है। यही कारण है कि वो ऑनलाइन उपलब्ध होने पर भी सिनेमाघरों में जाकर पुरानी फिल्में देखना पसंद कर रहे हैं।” ये बातें एक्टर से प्रोड्यूसर बने जैकी भगनानी ने वेव्स समिट 2025 में बोलते हुए कहीं।
पुराने वक्त में सीमित संसाधनों में निर्माताओं ने बनाईं शानदार फिल्में
मुंबई में आयोजित वेव्स समिट 2025 का आज अंतिम दिन है। इस बीच एक्टर-प्रोड्यूसर जैकी भगनानी भी इस समिट का हिस्सा बने। ‘बियॉन्ड नॉस्टेल्जिया: द बिजनेस ऑफ रिस्टोर्ड क्लासिक्स’ विषय पर आधारित चर्चा में भाग लेते हुए जैकी भगनानी ने सिनेमा की नई दुनिया को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने बताया कि क्लासिक फिल्में दर्शकों को क्यों आकर्षित करती हैं और आज के फिल्म निर्माता कैसे पिछली फिल्मों और अतीत से प्रेरणा ले सकते हैं।
1970 से लेकर 2000 तक के दशक को याद करते हुए जैकी ने कहा, “उस वक्त की फिल्मों में निर्माताओंं ने सीमित संसाधनों के साथ शानदार काम किया है और यादगार कहानियां दी हैं। यह शानदार राइटिंग और ईमानदारी से किए गए काम की वजह से संभव हो पाया। आज भी मैं उन फिल्मों से प्रभावित हू। मैं खुद से ये पूछता रहता हूं कि उस समय उन्होंने ऐसा कैसे किया?”
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पुरानी फिल्मों को बेहतर क्वालिटी में लाने पर जैकी ने कही ये बात
पुरानी फिल्मों को री-स्टोर करना और उनको अच्छे प्रिंट में लाने पर जैकी ने कहा, “फिल्मों को री-स्टोर करना और उनको बेहतर क्वालिटी में तैयार करने का तलब सिर्फ पुराने प्रिंट को स्कैन करना नहीं है। सोचिए ‘सिलसिला’ फिल्म से मिस्टर बच्चन के यादगार किरदार को वापस लाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए। यह भी एक तरह से उसे बचाना और उसे नए तरह से लाना ही है। सच कहूं तो यह मुझे उत्साहित करता है।”
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फिल्म की सफलता दर्शकों के मूड पर निर्भर करती है
आज के वक्त में एक फिल्म को क्या चीज सफल बनाती है। इस सवाल का जवाब देते हुए जैकी ने कहा, “इसका एक जवाब नहीं है। हमने ‘रहना है तेरे दिल में’ को फिर से रिलीज किया और इसने अच्छा प्रदर्शन किया। हमें लगा कि ‘बीवी नंबर 1’ और भी बेहतर प्रदर्शन करेगी, लेकिन यह उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी। दर्शकों का मूड बदलता रहता है। पीछे मुड़कर देखें तो आप इसे समझने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन सबसे अच्छी बात यह है कि यह 50 प्रतिशत डेटा है और 50% हिम्मत है। अगर आप दोनों को मिला सकते हैं, तो आप अपने मौके बढ़ा सकते हैं।”