गीतकार और लेखक मनोज मुंतशिर भारतीय फिल्म उद्योग का जाना माना नाम है। हाल ही में ‘आदिपुरुष’ फिल्म से चर्चा में रहने वाले मनोज अपने संवेदनशील, भावपूर्ण और गहरे अर्थ वाले गीतों के लिए भी मशहूर हैं। ‘बाहुबली’ जैसी सुपर डुपर हिट फिल्मों के प्रसिद्ध डायलॉग इन्ही की कलमों से लिखे गए थे। आइए जानते हैं मनोज मुंतशिर की कुछ अनसुनी कहानियां..
उत्तर प्रदेश राज्य के अमेठी जिले में 27 फरवरी 1976 को प्रसिद्ध गीतकार मनोज मुंतशिर का जन्म हुआ था। बताया जाता है कि बचपन से इनकी रुचि साहित्य और कविताओं में थी। पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी की। मनोज मुंतशिर का असली नाम मनोज शुक्ला है। अपना नाम बदलने के पीछे का कारण उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वह कविताएं वगैरह लिखने लगे थे, लेकिन उनके नाम में भारीपन नहीं था। इस कारण से उन्होंने अपने नाम में ‘मुंतशिर’ जोड़ा, जिसका अर्थ उन्होंने बिखरा-बिखरा बताया।
शानदार लेखन कौशल को धार देने के लिए मनोज मुंतशिर मुंबई आ पहुंचे, जहां उन्होंने लंबा संघर्ष किया था। मनोज के करियर को लोगों ने तब पहचाना जब उन्होंने वर्ष 2005 में पहली बार ‘कौन बनेगा करोड़पति’ शो के लिए डायलॉग लिखने का काम किया।
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मनोज मुंतशिर के गानें
– फोटो : अमर उजाला
बुलंदियों की ओर मनोज का कदम
मनोज मुंतशिर के जीवन का सबसे अहम मोड़ साल 2014 में आया, जब उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। ‘एक विलेन’ फिल्म के गीत लिखे, जिसमें ‘तेरी गलियां’ गीत लोगों के बीच में बहुत लोकप्रिय हुआ। इस गाने ने मनोज मुंतशिर को एक स्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने कई गीत लिखे, जो लोगों के दिलों में बस गए। इनमें कुछ चर्चित गाने हैं, ‘कौन तुझे यूं प्यार करेगा’, ‘तेरी मिट्टी’, ‘दिल मेरी ना सुने’ आदि।
गीतकार मनोज मुंतशिर सिर्फ गाने लिखने तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि इन्होंने कई फिल्मों में डयलॉग्स भी लिखे हैं। ‘कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?’ यह डायलॉग लोग भूले नहीं भूलते। एक समय ऐसा था कि यह सवाल एक राष्ट्रीय सवाल बना हुआ था। ‘बाहुबली’ फिल्म के कई डायलॉग्स मनोज मुंतशिर ने लिखा है। ‘बाहुबली’ ही नहीं ‘आदिपुरुष’ फिल्म में उन्होंने कई संवाद लिखे हैं।