मशहूर अभिनेता बलराज साहनी के बेटे और लेखक भीष्म साहनी के भतीजे हैं परीक्षित साहनी। परीक्षित आज 1 जनवरी को अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं। परीक्षित का जन्म 1 जनवरी 1939 को ब्रिटिश भारत (वर्तमान में पाकिस्तान) में हुआ था। अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए परीक्षित ने अपने लिए शानदार और चैलेंजिंग किरदार चुने और सफलता भी हासिल की। उन्होंने राजकुमार हिरानी के साथ कई फिल्मों में अभिनय किया है।
राजकुमार हिरानी की फिल्मों में किया है अभिनय
परीक्षित साहनी ने राजकुमार हिरानी की ब्लॉकबस्टर फिल्में ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘3 इडियट’ और ‘पी के’ में बेहतरीन अभिनय किया है और उन्होंने 2023 में राजकुमार हिरानी की फिल्म डंकी में भी अभिनय किया है। इस फिल्म के लिए उन्हें 40 लाख की फीस दी गई थी।
बलराज साहनी के बेटे हैं परिक्षित साहनी
परीक्षित ने अपनी प्रमंभिक शिक्षा मैट्रिक पास की फिर 1958 मे भौतिक शास्त्र से स्नातक मुंबई से किया। परीक्षित के पिता बलराज साहनी अभिनेता बनने से पहले इंग्लिश के टीचर थे और साथ ही परीक्षित के पिता एक फ्रीडम फाइटर भी थे। बलराज साहनी ने बेटे परीक्षित को पढ़ाई के लिए बोर्डिंग भेजा गया था। बलराज साहनी ने पहली शादी दमयंती साहनी से की थी, दोनों के बेटे हैं परीक्षित साहनी। दमयंती की मृत्यु 1947 में तब हो गई, जब परीक्षित काफी छोटे थे। पहली पत्नी की मौत के 2 साल बाद बलराज साहनी ने संतोष चंदोख से दूसरी शादी कर ली थी।
अभिनेता बनने से पहले बतौर असिस्टेंट काम कर चुके हैं परीक्षित
परीक्षित ने सबसे पहले राज कपूर के साथ फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में बतौर असिस्टेंट काम किया। परीक्षित मॉस्को में रहे थे, वह रशियन कल्चर से भली-भांति वाकिफ थे। इस फिल्म में परीक्षित ने राज कपूर की मदद की और फिर इसके बाद उन्हें ‘अनोखी रात’ में काम करने का मौका मिला।
संजीव कुमार के कहने पर बदला था नाम
1968 में अनोखी रात में काम करने के दौरान संजीव कुमार ने उन्हें नाम बदलने की सलाह दी। ये सलाह मानकर परीक्षित साहनी ने अपना नाम अजय रखा लिया, लेकिन कुछ साल बाद वह एक बार फिर अपने पुराने नाम पर लौट आए। परीक्षित साहनी को सबसे ज्यादा फेम ‘गुल गुलशन गुलफाम’ में बैरिस्टर विनोद का किरदार निभाकर मिला।