‘अमर उजाला’ से एक खास मुलाकात में टीजी विश्व प्रसाद ने बताया कि फिल्म ‘राजा साब’ में प्रभास का किरदार एक ऐसे तंत्र-मंत्र के जानकार का है जो आम जनता की भलाई करने निकला है। ये सुपरहीरो जैसा किरदार तो नहीं है लेकिन उससे कम भी नहीं है। इस फिल्म के लिए विश्व प्रसाद ने हैदराबाद से करीब 40 किमी दूर अजीज नगर में एक विशाल सेट लगाया है। इसका क्षेत्रफल 41,256 वर्ग फिट है और अपने आकार के हिसाब से इसे एशिया का सबसे बड़ा इनडोर फिल्म सेट कहा जा रहा है। प्रोडक्शन डिजाइनर राजीवन नांबियार ने फिल्म ‘राजा साब’ के टीजर में दिखी पूरी की पूरी हवेली यहां बना दी है। फिल्म की कहानी में इस हवेली का बहुत अहम किरदार बताया जा रहा है।
निर्माता टीजी विश्व प्रसाद के मुताबिक फिल्म ‘राजा साब’ की कहानी को वह आगे चलकर अपनी फिल्मों ‘कार्तिकेय’ और ‘मिराई’ से जोड़ने की मंशा रखते हैं और जैसे फिल्म ‘राजा साब’ में उन्होंने देश की अलग अलग भाषाओं की फिल्मों के तकनीशियन और कलाकार लिए हैं, वैसे ही इसकी सीक्वल में वह दुनिया भर के कलाकारों व तकनीशियनों को इकट्ठा करना चाहते हैं। भारतीय धर्म ग्रंथों की रोचक कहानियों और पौराणिक प्रसंगों की अलग अलग कहानियों पर वह नई पीढ़ी की पसंद की फिल्में बनाना चाहते हैं और अमेरिका से सिनेमा की पढ़ाई करके लौटी अपनी बेटी कृति की अगुआई में वह इन किरदारों की अलग दुनिया बसाना चाहते हैं जिसका अस्थायी नाम उन्होंने अभी ‘धर्मवर्स’ रखा है।
फिल्म के निर्देशक मारुति कहते हैं, “मेरी इस फिल्म को बनाने में अभिनेता प्रभास का योगदान सबसे बड़ा रहा है और निर्माता टीजी विश्व प्रसाद ने उनकी कल्पना पर भरोसा करके इसमें पूरा आर्थिक योगदान किया है। मेरी कोशिश दुनिया को ये बताने की है कि हम भारत में भी डिज्नी स्टूडियो के टक्कर की फंतासी फिल्में बना सकते हैं। फिल्म की सीक्वल पर हम लोग काफी दिनों से विचार कर रहे हैं। एक विचार बीच में ये भी आया कि जितनी फिल्म हमने शूट की है, उसे ही दो भागों में एडिट करके रिलीज कर दें, लेकिन हमारे निर्माता ने कहा कि हमें अपने सारे काम ईमानदारी से करने हैं और इसकी सीक्वल को हम पैन वर्ल्ड फिल्म के रूप में बनाएंगे।”