UP के CM योगी आदित्यनाथ पर बनी अजेय-द अनटोल्ड स्टोरी: अनंत जोशी निभा रहे हैं लीड रोल, डायरेक्टर रविंद्र गौतम बोले- उनके चेहरे में योगी जैसी मासूमियत

UP के CM योगी आदित्यनाथ पर बनी अजेय-द अनटोल्ड स्टोरी:  अनंत जोशी निभा रहे हैं लीड रोल, डायरेक्टर रविंद्र गौतम बोले- उनके चेहरे में योगी जैसी मासूमियत


8 मिनट पहले

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिंदगी पर जल्द ही फिल्म अजेय-द अनटोल्ड स्टोरी आने वाली है। इस फिल्म का निर्देशन रविंद्र गौतम ने किया है। फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है और फिलहाल इसका पोस्ट-प्रोडक्शन जारी है। फिल्म में अनंत जोशी ने योगी आदित्यनाथ की भूमिका निभाई है।

हाल ही में रविंद्र ने फिल्म के बनने और कास्टिंग पर दैनिक भास्कर से खास बातचीत की है-

सवाल- फिल्म में योगी आदित्यनाथ जी के किरदार के लिए अनंत का चयन कैसे किया गया?

जवाब- हमें ऐसे अभिनेता को चुनना था जो अच्छा कलाकार भी हो और जिसके चेहरे पर मासूमियत हो। योगी जी में एक स्वाभाविक मासूमियत है जो उनकी बातों और व्यवहार में दिखती है। हम एक ऐसा चेहरा चाहते थे जो खाली कैनवास की तरह हो, जिस पर योगी जी के व्यक्तित्व को चित्रित किया जा सके, बिना किसी पूर्व धारणा के।

अपकमिंग फिल्म अजेय का पहला पोस्टर जारी हो चुका है।

अपकमिंग फिल्म अजेय का पहला पोस्टर जारी हो चुका है।

योगी आदित्यनाथ जी जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्व के किरदार के लिए अभिनेता का चयन करना एक जिम्मेदारी भरा काम था। चूंकि योगी जी स्वयं पहाड़ी पृष्ठभूमि से आते हैं, इसलिए हमने ऐसे अभिनेता को प्राथमिकता दी जो या तो पहाड़ी हो या जिसके चेहरे पर उस क्षेत्र की कुछ विशेषताएं हों। यह इसलिए महत्वपूर्ण था जिससे दर्शक किरदार से सहजता से जुड़ सकें।

हमने कई कलाकारों के ऑडिशन लिए। हमने उन कलाकारों पर विशेष ध्यान दिया जिनके चेहरे पर एक सहज मासूमियत झलकती थी, क्योंकि निर्देशक के तौर पर मेरा मानना था कि योगी जी के व्यक्तित्व का यह एक महत्वपूर्ण पहलू है।

रविंद्र गौतम ने महारानी 2 का निर्देशन किया है।

रविंद्र गौतम ने महारानी 2 का निर्देशन किया है।

मैंने महसूस किया कि उनके भीतर एक ऐसी सरलता है जो उनके सार्वजनिक जीवन और भाषणों में भी दिखाई देती है। इसके अलावा, हमने एक ऐसे अभिनेता को चुना जिस पर पहले से कोई बहुत बड़ा “स्टारडम’का बोझ न हो। मेरा मानना था कि यदि हम किसी स्थापित और प्रसिद्ध अभिनेता को लेते, तो दर्शक उन्हें उस अभिनेता की पिछली भूमिकाओं और छवि के साथ जोड़कर देखते, जिससे योगी जी के किरदार की नवीनता और विशिष्टता कहीं खो जाती। अनंत को चुनने का एक बड़ा कारण यह भी था कि वह इस किरदार के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित थे और उन्होंने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया।

सवाल- फिल्म की तैयारी के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई गई?

जवाब- हमने शांतनु गुप्ता जी की किताब “द मॉन्क हू बिकेम चीफ मिनिस्टर’ से काफी मदद ली। यह पुस्तक योगी आदित्यनाथ जी के जीवन और उनकी राजनीतिक यात्रा पर विस्तृत प्रकाश डालती है। योगी जी के बारे में रिसर्च किया, उनके वीडियो देखे और वर्कशॉप्स आयोजित कीं।

अभिनेता अनंत ने अपने दैनिक जीवन में भी बदलाव किए, जैसे सुबह 4 बजे उठना, पूजा-पाठ करना, और ध्यान करना, ताकि वह किरदार में ढल सकें। किताब में दी गई महत्वपूर्ण घटनाओं और जानकारियों को फिल्म की कहानी का आधार बनाया। अनंत को किरदार के लिए तैयार करने में मेरी भूमिका एक मार्गदर्शक और सहयोगी की रही।

मेरा मानना है कि एक अभिनेता के लिए सिर्फ बाहरी रूप-रंग बदलना पर्याप्त नहीं होता, उसे किरदार की आंतरिक भावना और विचारधारा को भी समझना होता है। हमने इसी पहलू पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया ताकि अनंत न केवल योगी जी की तरह दिखें, बल्कि उनकी तरह महसूस भी करें।

अनंत जोशी इससे पहले 12th फेल, कटहल और ये काली काली आखें जैसी सीरीज और फिल्मों में नजर आ चुके हैं।

अनंत जोशी इससे पहले 12th फेल, कटहल और ये काली काली आखें जैसी सीरीज और फिल्मों में नजर आ चुके हैं।

सवाल- फिल्म की कहानी किस पहलू पर केंद्रित है?

जवाब- यह फिल्म योगी जी के जीवन से प्रेरित है, खासकर उनके गांव से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने तक की यात्रा। हम आज के युवाओं को प्रेरित करने के लिए उनकी कहानी बताना चाहते थे, जो दिखाता है कि एक साधारण व्यक्ति भी बड़े लक्ष्य हासिल कर सकता है। फिल्म उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को दर्शाती है, जिसमें उनके जीवन के उन पहलुओं को दिखाया गया है जो लोगों ने पहले नहीं देखे हैं। मुझे उनके जीवन का वह पहलू सबसे ज्यादा प्रेरित करता है कि कैसे एक साधारण पृष्ठभूमि का व्यक्ति अपनी मेहनत और समर्पण के बल पर इतनी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है। हमारी फिल्म का उद्देश्य सिर्फ उनकी जीवनी प्रस्तुत करना नहीं है, बल्कि उनकी इस प्रेरणादायक यात्रा के सार को दर्शकों तक पहुंचाना है। आज के युवाओं के लिए यह कहानी विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।

सवाल- शूटिंग के दौरान योगी आदित्यनाथ जी से कितनी बातचीत हुई?

जवाब- योगी जी बहुत ही सरल व्यक्ति हैं। उनसे बात करके उनकी सादगी से बहुत प्रेरणा मिली। उनकी सरलता सबसे ज्यादा प्रेरणादायक थी। हमने इसमें मेकअप के माध्यम से योगी जी के रूप को पूरी तरह से दोहराने की कोशिश नहीं की। हमने उनके व्यक्तित्व को दर्शाने पर ध्यान केंद्रित किया। अनंत ने स्वयं अपना सिर मुंडवाया और किरदार की गहराई में जाने का प्रयास किया। हम उनके प्रारंभिक जीवन, उनकी शिक्षा, उनके आध्यात्मिक झुकाव, और उनके राजनीतिक जीवन में प्रवेश के महत्वपूर्ण पड़ावों को दिखाते हैं।

फिल्म में उन घटनाओं और परिस्थितियों पर भी प्रकाश डाला गया है जिन्होंने उन्हें एक प्रभावशाली नेता के रूप में आकार दिया। हमारी उनके साथ कुछ सीमित मुलाकातें हुईं, लेकिन उन मुलाकातों में भी उनकी सादगी और स्पष्टवादिता का गहरा प्रभाव मुझ पर पड़ा। उनसे बातचीत के दौरान, मेरा मुख्य उद्देश्य उनके व्यक्तित्व की गहराई को समझना था, खासकर उनकी उस सहजता को जिसे मैंने पहले भी महसूस किया था। उन्होंने सीधे तौर पर फिल्म की कहानी या किरदार को लेकर कोई खास ब्रीफिंग नहीं दी। उनका विजन बहुत ही सकारात्मक है। उनके लिए अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। वे भविष्य के लक्ष्यों पर अधिक केंद्रित हैं। उनकी पिछली उपलब्धियों या उनके जीवन की कहानी को लेकर उनमें कोई विशेष आग्रह या आत्ममुग्धता नहीं दिखी।

सवाल-फिल्म की शूटिंग के दौरान कोई विशेष चुनौतियां आईं?

जवाब- हमने फिल्म की शूटिंग एक सामान्य फिल्म की तरह की, इसलिए कोई बड़ी चुनौती नहीं आई। लखनऊ में शूटिंग करना आसान था क्योंकि वहां का प्रशासन बहुत सहायक था। हमने फिल्म का अधिकांश हिस्सा लखनऊ में शूट किया, जो मेरा होम टाउन भी है। इससे हमें स्थानीय स्तर पर लॉजिस्टिक्स और अन्य व्यवस्थाओं को संभालने में काफी सुविधा हुई। हाल के सालों में उत्तर प्रदेश में फिल्म निर्माण के प्रति सरकार का रवैया बहुत सकारात्मक रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में राज्य में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू की गई हैं। इसका फायदा हमें भी मिला। हमें स्थानीय प्रशासन से भरपूर सहयोग मिला, जिससे शूटिंग प्रक्रिया बहुत सुगम और सुचारू रूप से संपन्न हुई।

सवाल- फिल्म में दिनेश लाल यादव “निरहुआ’ को क्यों चुना गया?

जवाब- फिल्म की कहानी गोरखपुर की है, और हमें ऐसे कलाकार चाहिए थे जो उस क्षेत्र के चरित्रों को अच्छी तरह से निभा सकें। दिनेश लाल यादव उस भूमिका के लिए उपयुक्त थे। फिल्म की कहानी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र की अपनी एक विशिष्ट सांस्कृतिक और भाषाई पहचान है। हमने ऐसे कलाकारों को लेने का निर्णय लिया जो इस क्षेत्र की मिट्टी से जुड़े हों और जिनकी दर्शकों के बीच एक मजबूत पहचान हो। दिनेश “निरहुआ’ भोजपुरी सिनेमा के एक बहुत बड़े स्टार हैं और उनकी पूर्वांचल में जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। हमने उन्हें एक ऐसे किरदार के लिए चुना जो कहानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सवाल- “महारानी 2’ के बाद आगे इस प्रोजेक्ट से क्यों नहीं जुड़े?

जवाब- “महारानी’ के सीजन 2 के बाद, डेट्स की समस्या के कारण मैं सीजन 3 और 4 में शामिल नहीं हो सका। वर्तमान में, मैं कुछ अन्य प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं, जिनकी घोषणा जल्द की जाएगी।

सवाल- “अजेय- द अनटोल्ड स्टोरी’ कब रिलीज होने वाली है और दर्शकों से आप क्या उम्मीद रखते हैं?

जवाब- फिल्म “अजेय-द अनटोल्ड स्टोरी’ अब पोस्ट-प्रोडक्शन के अंतिम चरण में है। हम जल्द ही फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। हम उम्मीद कर रहे हैं कि फिल्म इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत में दर्शकों के सामने होगी। दर्शकों से हमारी यही उम्मीद है कि वे एक प्रेरणादायक और अनकही कहानी देखने के लिए सिनेमाघरों में आएं। यह फिल्म योगी आदित्यनाथ जी के जीवन के उस पहलू को दर्शाती है जिससे बहुत से लोग अनजान हैं। हमने उनकी असाधारण यात्रा को ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ पर्दे पर उतारा है।

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